हर काम सोच से ही शुरु होता है ।
एक इन्सान सोचता था कि बंद कमरा हवा में उड़ा दूंगा ' तभी तो राइट ब्रदर ने जहाज बनाया ।
एक इन्सान ने सोचा था कि सूरज को कमरे में बंद कर दूंगा 'तो ही थोमस एडिसन ने बल्ब बनाया ।
एक इन्सान पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल डालने का काम करता था पेट्रोल डालकर ८ -१० लाख कि गाड़ी पर हाथ रखकर कहता था कि ऐसी गाड़ी मेरी होगी पेट्रोल पम्प कि और हाथ करके कहता था कि ऐसेपेट्रोल पम्प मेरे होंगे तो मालिक बोलता था कि दो जन्म कि नोकरी करेगा लेकिन एक पेट्रोल पम्प नहीं खरीद सकेगा वहअमीरआदमी धीरू भाई अम्बानी था ।
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Tuesday, November 23, 2010
Tuesday, November 2, 2010
पारम्परिक स्वागत होगा ओबामा का
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा 8 नवम्बर को भारतीय संसद की यात्रा पारम्परिक भारतीय संस्कृति से उनके साक्ष्यात्कारकी तरह होगी । संसद भवन की अतिथि पुस्तिका (गोल्डन बुक ) से लेकर सहायक कर्मचारियों के कपड़ों तक में भारतीय परम्परा और संस्कृति का दीदार किया जा सकेगा। ओबामा 8 नवम्बर की शाम यहाँ करीब 45 मिनट गुजारेंगे। जिसकी तैयारी में संसद भवन की सज धज शुरू हो chuki है।
लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय के अधिकारियोंने बिसनेस बताया कि गोल्डन बुक को महात्मा गांधी जी की याद से जोड़ने के लिए उस पर खाकी का सुन्दर कवर तक चदाया जायेगा। एक सूत्र ने बताया कि कड़ी कवर के डिजाईन का काम चल रहा है। इसका उद्देश्य कड़ी को बढावा देना तो है ही साथ अमेरिकी राष्ट्रपति को गांधी के भारत के आंतरिक हिस्से से रूबरू करवाना भी है। ओबामा को गाँधी के प्रशंसक के रूप में जाना जाता है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को अमेरिकी प्रथम दंपत्ति को एक स्मृति चिन्ह भेंट करने की प्रोटोकोल संभंधि स्वीकृति मिल गयी है। बहरहाल एक शानदार तोहफे की खोज अभी भी जारी है। यह परम्परिक भारतीय कला का ऐसा खूबसूरत नमूना होना चाहिए, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय ओवल ऑफिस की शोभा बड़ा सके। ब्रिटिश वास्तुकारों एडविन लूटियंसऔर हर्बट बेकर द्वारा डिजाईन की गई और 1917 में तैयार संसद की इमारत का सौन्द्रयकरण चल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति समेत लोकसभा अध्यक्ष, राज्य सभा के पदेन राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री को सेंट्रल हाल तक ले जाने वाले तमाम हाउस मार्शल समेत सहायक कर्मचारियों को उस दिन के लिए विशेष तौर पर तैयार किये गए नए कपडे पहने हुए होंगे।
लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय के अधिकारियोंने बिसनेस बताया कि गोल्डन बुक को महात्मा गांधी जी की याद से जोड़ने के लिए उस पर खाकी का सुन्दर कवर तक चदाया जायेगा। एक सूत्र ने बताया कि कड़ी कवर के डिजाईन का काम चल रहा है। इसका उद्देश्य कड़ी को बढावा देना तो है ही साथ अमेरिकी राष्ट्रपति को गांधी के भारत के आंतरिक हिस्से से रूबरू करवाना भी है। ओबामा को गाँधी के प्रशंसक के रूप में जाना जाता है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को अमेरिकी प्रथम दंपत्ति को एक स्मृति चिन्ह भेंट करने की प्रोटोकोल संभंधि स्वीकृति मिल गयी है। बहरहाल एक शानदार तोहफे की खोज अभी भी जारी है। यह परम्परिक भारतीय कला का ऐसा खूबसूरत नमूना होना चाहिए, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय ओवल ऑफिस की शोभा बड़ा सके। ब्रिटिश वास्तुकारों एडविन लूटियंसऔर हर्बट बेकर द्वारा डिजाईन की गई और 1917 में तैयार संसद की इमारत का सौन्द्रयकरण चल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति समेत लोकसभा अध्यक्ष, राज्य सभा के पदेन राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री को सेंट्रल हाल तक ले जाने वाले तमाम हाउस मार्शल समेत सहायक कर्मचारियों को उस दिन के लिए विशेष तौर पर तैयार किये गए नए कपडे पहने हुए होंगे।
Wednesday, October 20, 2010
सफल केसे हों
कुछ मार्ग सफलता की ओर जाते हैं और कुछ विफलता की ओर ।
यदि आप अपना मार्ग विवेक से निर्धारित करे तो आप निश्चय ही सफल हो सकते हैं ।
सुप्रसिद्ध विचारक एवं चरित्र -निर्माण विषय के अधिकारी लेखक स्वेट मार्डेन ने इस तथ्य को उजागर किया
यदि आप अपना मार्ग विवेक से निर्धारित करे तो आप निश्चय ही सफल हो सकते हैं ।
सुप्रसिद्ध विचारक एवं चरित्र -निर्माण विषय के अधिकारी लेखक स्वेट मार्डेन ने इस तथ्य को उजागर किया
Monday, October 18, 2010
अभय चौटाला लेंगे बैठक
सिरसा/ऐलनाबाद १० अक्तूबर (सुशील/जगदीप/अंकिता) इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की और से ऐलनाबाद के विधायक एवं खेल रत्न अभय सिंह चोटाला अपने निवास स्थान पर १९ अक्तूबर सुबह१० बजे सिरसा हल्के के सभी पदाधिकारी व् कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेंगे । इनेलो पार्टी के जिलाध्यक्ष पदम जेन ने बताया की इस मीटिंग का मुख्य उदेश्य पार्टी की और से १ नवम्बर से हो रही गुडगाँव रेली को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को लेकर आने के ल्लिये कहेंगे । जेन ने लोगों को कहाकी आज का यह त्यौहार धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक है । उन्होंने आगे कहा की हरियाणा के खिलाडियों ने कोमनवेल्थ खेलों में जो अच्छा प्रदर्शन किया है वे बधाई के पात्र है ।
Monday, October 11, 2010
गरीबों का काल है कोम्न्वेल्थ खेल
खेलों का आयोजन करवाना कोई बुरी बात भी नहीं है क्योंकि खेल रास्ट्रीयभावना और प्रेम प्यार कि भावना को मजबूत करते है लेकिन यदि गरीबों कि दुर्दशा या महंगाई को देखा जाये तो यह उनके लिए एक अभिशाप बन जायेगा । कोमनवेल्थ खेलों का आयोजन करने वालों के घरों में चाहे बेअंदाज पैसा आ जाये लेकिन उन गरीब लोगों कि कोन सुनेगा जिन्हें कोमनवेल्थ खेल के चलते दिल्ली में आने तक कि अनुमति नहीं है इस हाल को देखकर तो मुझे एक शायर कि लाइन याद आ रही है ......
"लोग चढ़ा रहे है मजारों पर चादरें ,
लेकिन किसे खबर कि कोई बेकफन भी हैं" ।
भारत मुनियों और धर्म कि भूमि माना जाता है जहाँ यह सत्य कहते है कि हमें अपनी हेसियत और ओकात में रहकर खर्च करना चाहिए या कि चादर देखकर पैर पसारना चाहिए । तो भारत में कोमनवेल्थ खेलों को आयोजित करने में जितना पैसा बहाया जा रहा है क्या उससे आम आदमी को एक रूपए का भी फायदा हुआ है ?क्या कोई यह प्रावधान है कि कोई एक भी गरीब आदमी उस खेल को देखने कि विशेष छुट मिली है ?.........लेकिन उनके लिए एक तोहफा जरुर दिया गया है , महंगाई का वो फंदा जो कुछ दिन पहले बसों का किराया बढाकर उनके गले में डाला गया था ।
५० करोड़ का वो गुबारा जिसके पैसों को यदि रोडवेज विभाग को दिया होता तो शायद इस परेशानी से तो नहीं जूझना होता । और यदि इन पैसों को शिक्षा विभाग या खेल नर्सरियों को तेयार करने में लगाया जाता तो आने वाले समय में जब भी विश्व में खेल होते तो भारत का स्वर्ण , रजत और कांस्य पदक विजेताओं में पहला स्थान होता ।
"लोग चढ़ा रहे है मजारों पर चादरें ,
लेकिन किसे खबर कि कोई बेकफन भी हैं" ।
भारत मुनियों और धर्म कि भूमि माना जाता है जहाँ यह सत्य कहते है कि हमें अपनी हेसियत और ओकात में रहकर खर्च करना चाहिए या कि चादर देखकर पैर पसारना चाहिए । तो भारत में कोमनवेल्थ खेलों को आयोजित करने में जितना पैसा बहाया जा रहा है क्या उससे आम आदमी को एक रूपए का भी फायदा हुआ है ?क्या कोई यह प्रावधान है कि कोई एक भी गरीब आदमी उस खेल को देखने कि विशेष छुट मिली है ?.........लेकिन उनके लिए एक तोहफा जरुर दिया गया है , महंगाई का वो फंदा जो कुछ दिन पहले बसों का किराया बढाकर उनके गले में डाला गया था ।
५० करोड़ का वो गुबारा जिसके पैसों को यदि रोडवेज विभाग को दिया होता तो शायद इस परेशानी से तो नहीं जूझना होता । और यदि इन पैसों को शिक्षा विभाग या खेल नर्सरियों को तेयार करने में लगाया जाता तो आने वाले समय में जब भी विश्व में खेल होते तो भारत का स्वर्ण , रजत और कांस्य पदक विजेताओं में पहला स्थान होता ।
Tuesday, October 5, 2010
अयोध्या मामले का फेसला
अयोध्या मामले के फेसले को देखकर मुझे तो यूँ लगता है कि .......
न हिन्दू बुरा है न मुसलमान बुरा है ,
बुराई पर उतर आये तो हर इन्सान बुरा है ।
साठ साल पुराना अयोध्या का राम जन्म भूमि और बाबरी मस्जिद के मामले का फेसला ३० सितम्बर २०१० को ३.३० बजे सुनाया गया । तीन कुर्सी कि अद्यक्ष्ता में येफेसला सुनाया गया कि इस भूमि के तीन भाग किये गये है , जिनमे एक हिस्से पर राम मंदिर और एक हिस्से पर बाबरी मस्जिद तथा तीसरे हिस्सा साधुओं के लिए रखा गया है । वेसे देखा जाये तो अयोध्या कि सारी भूमि राम मंदिर के लिए दी जानी थी लेकिन हर सिक्के के दो पहलू होते है , उसी प्रकार न्यायालय के फेसले को भी मानना जरूरी है । यह बात तो हर शख्स जानताहै ,चाहे वो हिन्दू हो , मुसलमान हो , सिख हो या फिर यूँ इसाई हो कि अयोध्या में भगवान श्री राम का जन्म हुआ था और वो हमारे पूर्वज है जहाँ पर श्रीराम का मंदिर बनाया गया था । लेकिन बाबर ने भारत में आकर राज किया और राममंदिर को तोडकर उस जगह बाबरी मस्जिद का निर्माण करवा दिया तो हिन्दुओं के मन को ठेस पहुंची जिसपर उन्होंने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया । अब फेसला आने के बाद भी काफी बवाल मचा हुआ है तो आगे क्या होता है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा । मुझे तो यूँ लग रहा है कि .....
"गर्दिशों में घिर गया है देश मेरा इस तरह ,
वीर अभिमन्यु को घेरा था कोरवों ने जिस तरह ।
न हिन्दू बुरा है न मुसलमान बुरा है ,
बुराई पर उतर आये तो हर इन्सान बुरा है ।
साठ साल पुराना अयोध्या का राम जन्म भूमि और बाबरी मस्जिद के मामले का फेसला ३० सितम्बर २०१० को ३.३० बजे सुनाया गया । तीन कुर्सी कि अद्यक्ष्ता में येफेसला सुनाया गया कि इस भूमि के तीन भाग किये गये है , जिनमे एक हिस्से पर राम मंदिर और एक हिस्से पर बाबरी मस्जिद तथा तीसरे हिस्सा साधुओं के लिए रखा गया है । वेसे देखा जाये तो अयोध्या कि सारी भूमि राम मंदिर के लिए दी जानी थी लेकिन हर सिक्के के दो पहलू होते है , उसी प्रकार न्यायालय के फेसले को भी मानना जरूरी है । यह बात तो हर शख्स जानताहै ,चाहे वो हिन्दू हो , मुसलमान हो , सिख हो या फिर यूँ इसाई हो कि अयोध्या में भगवान श्री राम का जन्म हुआ था और वो हमारे पूर्वज है जहाँ पर श्रीराम का मंदिर बनाया गया था । लेकिन बाबर ने भारत में आकर राज किया और राममंदिर को तोडकर उस जगह बाबरी मस्जिद का निर्माण करवा दिया तो हिन्दुओं के मन को ठेस पहुंची जिसपर उन्होंने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया । अब फेसला आने के बाद भी काफी बवाल मचा हुआ है तो आगे क्या होता है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा । मुझे तो यूँ लग रहा है कि .....
"गर्दिशों में घिर गया है देश मेरा इस तरह ,
वीर अभिमन्यु को घेरा था कोरवों ने जिस तरह ।
Wednesday, September 29, 2010
तेरे शहर का मोसम बड़ा .......
तेरे शहर का मोसम बड़ा सुहाना लगे , में ये शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे ..... ! संगीत के सुर और लय से कुछ ऐसी ही महफिल रविवार देर रात को सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में देखने को मिली ! मास्टर सलीम के सुफिआना संगीत कि ऐसी छठा बिखेरी कि हर कोई मदमस्त होकर नाचने लगा ! ख्यातिनाम गायक कर्मबीर फोजी ने हरियाणवी तान शुरू कि जिसमे देर रात तक लोग नाचते रहे ! पूरी तरह भरे मैदान में उस्ताद पूर्ण शाह कोटि के बेटे मास्टर सलीम ने एसा शमां बंधा कि हर शक्स झूम उठा !मास्टर सलीम ने "तू बदली सो बार असीं इक बार नहीं बदले ...."गीत कि प्रस्तुती दी ! उन्होंने "इक छत कुड़ी -इक छत मुंडा , "कदी ते हस बोल वे ,जींद साडी रोल वे , " मां दा लाडला बिगड़ गया " जेसे गीत गाकर मंत्रमुग्ध क्र दिया !
Tuesday, September 28, 2010
आज का विचार
मायने यह नहीं रखता कि हम कितने तेज चलते हैं , मायने यह रखता है कि हम किस दिशा में चलते हैं ।
Thursday, September 16, 2010
नई दिल्ली. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच अयोध्या मामले पर 24 सितंबर को संभावित फैसले को टालने संबंधी तीन याचिकाओं पर आज एक साथ सुनवाई करेगी। अदालत ने तीनों याचिकाकर्ताओं को शुक्रवार को अदालत में हाजिर होने को कहा है। अदालत इन पक्षों से यह भी जानना चाहेगी कि क्या दोनों पक्षों में अभी भी अदालत के बाहर किसी समझौते की कोई संभावना है?
अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर सरगर्मियां पहले से ही काफी तेज हो गई हैं और सभी पक्ष शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। मामले के दोनों मूल पक्ष, अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड पहले ही समझौते की किसी भी संभावना से इंकार कर चुके हैं।
बाबरी मस्जिद की जमीन के अधिकार को लेकर कई साल पहले मूल याचिका दाखिल की गई थी। फैसले की सुनवाई तीन सदस्यों की विशेष बेंच कर रही है। इस मामले पर फैसला भी लिखा जा चुका है और 24 सितंबर को निर्णय दिया जाना है। इस संभावित निर्णय को लेकर देश में सरगर्मियां काफी तेज हैं। एसएमएस के जरिए सभी पक्षों ने किसी भी फैसले के बाद शांति बनाए रखने की अपील की है।
इसी बीच अदालत में तीन याचिकाएं दाखिल कर अदालत से निवेदन किया गया कि फिलहाल इस मामले पर निर्णय को रोक दिया जाना चाहिए। याचिकाओं में कहा गया कि नतीजे का विपरीत असर अगले महिने के शुरु में होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों के अलावा कानून व्यवस्था पर भी पड़ेगा।
अयोध्या पर आने वाले फैसले को लेकर सरगर्मियां पहले से ही काफी तेज हो गई हैं और सभी पक्ष शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। मामले के दोनों मूल पक्ष, अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड पहले ही समझौते की किसी भी संभावना से इंकार कर चुके हैं।
बाबरी मस्जिद की जमीन के अधिकार को लेकर कई साल पहले मूल याचिका दाखिल की गई थी। फैसले की सुनवाई तीन सदस्यों की विशेष बेंच कर रही है। इस मामले पर फैसला भी लिखा जा चुका है और 24 सितंबर को निर्णय दिया जाना है। इस संभावित निर्णय को लेकर देश में सरगर्मियां काफी तेज हैं। एसएमएस के जरिए सभी पक्षों ने किसी भी फैसले के बाद शांति बनाए रखने की अपील की है।
इसी बीच अदालत में तीन याचिकाएं दाखिल कर अदालत से निवेदन किया गया कि फिलहाल इस मामले पर निर्णय को रोक दिया जाना चाहिए। याचिकाओं में कहा गया कि नतीजे का विपरीत असर अगले महिने के शुरु में होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों के अलावा कानून व्यवस्था पर भी पड़ेगा।
Monday, September 6, 2010
ब्रह्मोस मिसएल का सफल प्रशिक्षण
सेन्य दुनिया के इतिहास में पहली बार ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल ने सुपरसोनिक da
Friday, September 3, 2010
कंप्यूटर छोड़ने से पहले साईंन आउट करें अपना ब्लॉग खाता
जब भी कभी अपने कंप्यूटर को छोड़ो पहले अपना ब्लॉग खाता बंद कर देना। नहीं तो कोई...........................????
प्रमोद रिसालिया
प्रमोद रिसालिया
Thursday, September 2, 2010
श्री वीरेंद्र सर के दिशा - निर्देश
1 हर रोज अख़बार लेकर आना है । 2 हफ्ते के पहले तीन दिन आपस में इंग्लिश में ही बात करनी है । 3 अपने ब्लॉग पर कुछ न कुछ लिखना है । 4 हमे मिडिया प्रोफेशनल की तरह व्यवहार करना है ।
रेडिओ बुलेटिन ५ मिनट का
आप सुन रहे है सिरसा का ९०.४ ऍफ़ एम् नमस्कार में हूँ सुशिल गोयलआज के समाचारों के साथ । पहले मुख्य समाचार । १ " राष्ट्रमंडल खेलो को लगा डोपिंग का डंक । २ विटामिन ऐ की दवाई पिने से १०७ बचोंकी हालत ख़राब । ३ कांग्रेस के युवराज की रेली के मंच पर मावोवादी । ४ भाजपा -शिवसेना कार्यकर्ता भिढ़े ।
अब समाचार विस्तार से - देलही राष्ट्रमंडल खेलो के लिए भारतीय टीमो के कोर ग्रुप में शामिल चार पहलवानों और दो एथलीटो के डोप टेस्ट में पोजिटिव पाए जाने की पुष्टि राष्ट्रिय डोपिंग रोधी एजेंसी ने की है । कुश्ती की एकमहिला खिलाडी समेत कुल ४ खिलाडियों को प्रतिबंधित दवा लेने के दोषी पाए गये । मुख्य पहलवान राजीव तोमर भी इनमे शामिल है ।
अब समाचार विस्तार से - देलही राष्ट्रमंडल खेलो के लिए भारतीय टीमो के कोर ग्रुप में शामिल चार पहलवानों और दो एथलीटो के डोप टेस्ट में पोजिटिव पाए जाने की पुष्टि राष्ट्रिय डोपिंग रोधी एजेंसी ने की है । कुश्ती की एकमहिला खिलाडी समेत कुल ४ खिलाडियों को प्रतिबंधित दवा लेने के दोषी पाए गये । मुख्य पहलवान राजीव तोमर भी इनमे शामिल है ।
Monday, August 30, 2010
कोमनवेल्थ खेल
सबसे पहला राष्ट्रमंडल खेल 1930 में हेमिल्टन कनाडा में हुआ था जिसमे ११ देश शामिल हुए थे । इनमे ४०० एथलीटो ने ६ स्पोर्ट्स तथा ५९ इवेंट्स में भाग लिया था । १८ वी कोमनवेल्थ खेल २००६ में मेलबोर्न में हुए थे । १९ वी कोमनवेल्थ खेल आयोजित करने का अवसर हमारे देश को प्राप्त हुआ है । जो हमारी राजधानी नई दिल्ही में ३ अक्तूबर से १४ अक्तूबर तक आयोजित किये जायेगे ।
कोमनवेल्थ गेम को सफल आयोजित करने के लिए "कोमनवेल्थ गाँव "नेशनल हाइवे पर अक्षरधाम मंदिर के पास इमर एम् जी ऍफ़ लेण्ड प्राइवेट द्वारा बनाया गया है ।
कोमनवेल्थ गेम को सफल आयोजित करने के लिए "कोमनवेल्थ गाँव "नेशनल हाइवे पर अक्षरधाम मंदिर के पास इमर एम् जी ऍफ़ लेण्ड प्राइवेट द्वारा बनाया गया है ।
श्रीकृष्णा जन्मास्टमी
आने वाले २ सितम्बर को श्रीकृष्णा जन्मास्टमी है । भगवान श्रीकृष्ण जी के जन्म के उपलक्ष्य में यह मनाया जाता है जो सावन की अस्तमि यानि आठवे दिन मनाया जाता है । भगवान जी रोहिणी नक्षत्र में पैदा हुए थे । यह त्यौहार अगस्त -सितम्बर में आता है । इनका जन्म रात्रि १२ बजेअपने मामा कंस के घर हुआ था । इस दिन लोग उपवास भी रखते है ।कंस मथुरा का रजा था । श्रीक्रिशन को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है ।
Sunday, August 29, 2010
धोनी की बादशाहत ख़तम
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी की आज जारी एक दिवसीय रैंकिंग में नंबर वन का सिंहासन गंवा दिया लेकिन सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आठ पायदान चढकर शीर्ष दस में लौट आये ।भारत त्रिकोणीय एक दिवसीय श्रृंखला के फाइनल में श्रीलंका से हारने के बावजूद टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर बना हुआ है ।श्रृंखला से पहले छठे स्थान पर काबिज श्रीलंका तीसरे स्थान पर आ गया है । दक्षिण अफ्रीका चौथे स्थान पर है । न्यूजीलैंड छठे स्थान पर खिसक गया है । आस्ट्रेलिया शीर्ष पर और इंग्लैंड पांचवें स्थान पर है ।व्यक्तिगत रैंकिंग में तिलकरत्ने दिलशान शीर्ष पांच में लौट आये हैं । वह दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला के साथ चौथे स्थान पर हैं । दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स अब धोनी की जगह शीर्ष पर काबिज हो गए हैं ।श्रीलंका में 67 की औसत से 268 रन बनाकर मैन आफ द सीरिज रहे सहवाग आठ पायदान चढकर आठवें स्थान पर पहुंच गए हैं । त्रिकोणीय श्रृंखला नहीं खेलने वाले सचिन तेंदुलकर चार पायदान गिरकर दसवें स्थान पर हैं ।गेंदबाजों में भारत के प्रवीण कुमार पांच पायदान चढकर पहली बार टाप टेन में पहुंचे हैं । वह पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी के साथ दसवें स्थान पर हैं ।
Tuesday, August 3, 2010
मेरा ब्लोगर पर पहला दिन
आज मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है की में अपने ब्लॉग पर कुछ लिखने का पर्यास कर रहा हूँ । लिखने की जब बात आती है तो सोचा जाता है की किस विषय पर लिखा जाये । तो में आज युवा होने के नाते युवाओं पर ही कुछ अपने विचार लिखना चाहूँगा । आज युवा एक विशाल शक्ति का नाम है जिसे अगर उल्टा करके देखा जाये तो उसका वायु बनता है जो अगर रुख पर उतर जाये तो उसके आगे हर कोई झुक जाता है ,लेकिन हमारे लिए यह शर्म की बात है की युवा नशे जेसी आदतों के पीछे लगकर अपना तो नुकशान कर ही रहा है साथ में देश के भविस्य को भी नरक की और ले जा रहा है । आज हर स्कूलों ,कोलेजों में किताबी सिक्षा तो दी जा रही है लेकिन टीचरों को चाइये की वो बचों को उनके लक्ष्य तक ले जा सकने के लिए उचित मार्गदर्शन करें । यह एसी उम्र होती है जिसमे पता नहीं कब पैर लड्ख्राजाएँ और बचे का भविष्य अंधकार में हो जाये । वेसे कहा जाता है की - यूँ लगता है की तूफानों के घेरों से गुजरने का नाम हैजिन्दगी , गिर -गिर के उठनाउठके संभलने का नाम है जिन्दगी ।
Wednesday, July 28, 2010
first day of university...
hi this is susheel goyal and my first day of university is jhakaas.
new faces, new atmosphere, new and old professers, its realy gud, and i hv njoyed.
new faces, new atmosphere, new and old professers, its realy gud, and i hv njoyed.
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