हर काम सोच से ही शुरु होता है ।
एक इन्सान सोचता था कि बंद कमरा हवा में उड़ा दूंगा ' तभी तो राइट ब्रदर ने जहाज बनाया ।
एक इन्सान ने सोचा था कि सूरज को कमरे में बंद कर दूंगा 'तो ही थोमस एडिसन ने बल्ब बनाया ।
एक इन्सान पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल डालने का काम करता था पेट्रोल डालकर ८ -१० लाख कि गाड़ी पर हाथ रखकर कहता था कि ऐसी गाड़ी मेरी होगी पेट्रोल पम्प कि और हाथ करके कहता था कि ऐसेपेट्रोल पम्प मेरे होंगे तो मालिक बोलता था कि दो जन्म कि नोकरी करेगा लेकिन एक पेट्रोल पम्प नहीं खरीद सकेगा वहअमीरआदमी धीरू भाई अम्बानी था ।
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