सनसनी सानिया
अद् भुत करतब दिखा नये -नये, ताकि सभी करे सलाम तुझे ,
लोन टेनिस की जान हो तुम,
भारत माँ की शान हो तुम,
भारत माँ की शान को बहुत बढाया है तुमने ,
भेदभावों की कुरीती को दूर भगाया है तुमने ,
सानिया का नाम याद है , हर सख्स की जुबान को ,
सभी की फ़रियाद है , आप छूती रहो आसमान को,
खिलाडी बड़ी महान हो तुम ,
हेदराबाद की आन हो तुम ,
सुशील की हर दुआएं भी आपके साथ में हैं ,
भारत माँ की शान भी आपके हाथ में है ,
-- सुशील गोयल .,
9 7 2 9 1 -1 2 5 4 6
good poem.............................
ReplyDeleteAdhikar milte nahi liye jate hain
DeleteAajad hain magar gulami kiye jate
hain
Vandan karo un senaniyon ko
Jo maut ko aanchal mein jiye jate